इंटरनेट पर हो रही आपकी जासूसी, जानिए इससे बचने का तरीका
इंटरनेट के जरिए हर वक्त आप पर नजर रखी जा रही है। गूगल यह काम हर वक्त करता है और आपकी सोशल मीडिया साइट भी। हालांकि ये ट्रैकिंग कमर्शल परपस से होती है, लेकिन कई बार साइबर क्रिमिनल भी आपको ट्रैक करते हैं जिसका नतीजा काफी बुरा हो सकता है। जानें कैसे...
आप पर है गूगल की नजर..
आप पर है गूगल की नजर..
गूगल आपके बारे में बहुत कुछ जानता है। सवाल यह है कि आपकी ऐक्टिविटी ट्रैक करने से गूगल को क्या मिलता है? जवाब आसान है, गूगल को इसके लिए पैसे मिलते हैं। गूगल आपकी जरूरत के अनुसार आपको ऐड दिखाता है जिसके लिए उसे पैसे मिलते हैं, यह गूगल के रेवेन्यू का एक बड़ा जरिया है। यही वजह है कि आपके गूगल सर्च को ट्रैक किया जाता है जिससे आपको रिलेटेड ऐड दिखाए जा सकें।
...तो इसलिए आपकी जानकारी रखता है गूगल
आप पर रखी जा रही पैनी नजर को एक और उदाहरण से समझ सकते हैं। कई बार आपने नोटिस किया होगा कि ई-कॉमर्स वेबसाइट पर आप जो भी प्रॉडक्ट सर्च करते हैं, फेसबुक के होम पेज पर आपको उसी तरीके के दूसरे प्रॉडक्ट के ऐड भी दिखने लगते हैं। यह सब आपको ट्रैक कर आपका मिजाज जानकर ही किया जाता है।
बचने का क्या है तरीका
इंटरनेट पर अपनी पर्सनल इन्फर्मेशन को 100 फीसदी बचाना तो संभव नहीं है लेकिन फिर भी कुछ आसान ट्रिक्स अपनाकर आप अपनी जानकारियां सुरक्षित रख सकते हैं। जानें क्या हैं ये...
गूगल ऐड को न करें पर्सनलाइज
गूगल हरके यूजर की रुचि के मुताबिक उसकी अलग पर्सनल प्रोफाइल क्रिएट करता है, इसलिए आपको अपने गूगल अकाउंट पर 'ऐड पर्सनलाइजेशन' ऑप्शन अनचेक्ड रखना चाहिए। अपनी पर्सनल जानकारी गूगल को देने से मिसयूज का रिस्क बढ़ जाता है।
इनकॉग्निटो मोड का कोई फायदा नहीं
ज्यादातर लोगों को यह भ्रम होता है कि इनकॉग्निटो मोड/प्राइवेट मोड पर काम करने से इस तरह की कोई समस्या नहीं होती, जबकि इस पर भी ऐड पूरी तरह से ब्लॉक नहीं होते हैं।
लॉग आउट रहें
हरदम सोशल मीडिया पर लॉग्ड इन न रहें। ऐसा करने से आपको ट्रैक करना और भी आसान हो जाता है। वैसे ट्रैकिंग को ब्लॉक करने के लिए आप स्पेशल सॉफ्टवेयर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
...तो इसलिए आपकी जानकारी रखता है गूगल
बचने का क्या है तरीका
इंटरनेट पर अपनी पर्सनल इन्फर्मेशन को 100 फीसदी बचाना तो संभव नहीं है लेकिन फिर भी कुछ आसान ट्रिक्स अपनाकर आप अपनी जानकारियां सुरक्षित रख सकते हैं। जानें क्या हैं ये...
गूगल ऐड को न करें पर्सनलाइज
गूगल हरके यूजर की रुचि के मुताबिक उसकी अलग पर्सनल प्रोफाइल क्रिएट करता है, इसलिए आपको अपने गूगल अकाउंट पर 'ऐड पर्सनलाइजेशन' ऑप्शन अनचेक्ड रखना चाहिए। अपनी पर्सनल जानकारी गूगल को देने से मिसयूज का रिस्क बढ़ जाता है।
इनकॉग्निटो मोड का कोई फायदा नहीं
ज्यादातर लोगों को यह भ्रम होता है कि इनकॉग्निटो मोड/प्राइवेट मोड पर काम करने से इस तरह की कोई समस्या नहीं होती, जबकि इस पर भी ऐड पूरी तरह से ब्लॉक नहीं होते हैं।
लॉग आउट रहें
हरदम सोशल मीडिया पर लॉग्ड इन न रहें। ऐसा करने से आपको ट्रैक करना और भी आसान हो जाता है। वैसे ट्रैकिंग को ब्लॉक करने के लिए आप स्पेशल सॉफ्टवेयर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
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